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प्रबन्धक संदेश

प्राचार्य की कलम से ............................

डॉ० कृष्ण मुरारी पाल

आपको यह बताते हुये हर्ष की अनुभूति हो रही है कि यह महाविद्यालय 01 जुलाई 2017 से अपने नवें शैक्षिणक सत्र में प्रवेश करने जा रहा है । नूतन सत्रारम्भ के अवसर पर हम, सभी सुधी छात्रों, अभिभावकों एवं अध्यापकों को बधाई देते हुए आशा करते हैं कि उनका स्नेह और सहयोग हमें आगे भी प्राप्त होता रहेगा । गुणवत्तायुक्त शिक्षा, बेहतर अनुशासन हमारी प्राथमिकता रही है। अध्ययनरत छात्र/ छात्राओ के व्यक्तित्व के सर्वागीण विकास हेतु शिक्षणेत्तर गतिविधियों के संचालन में हमारा यथासंभव सहयोग रहा है। इस क्रम में क्रीडा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद, निबन्ध प्रतियोगिता के आयोजन के साथ ही साथ एन॰ एस॰ एस॰ की सक्रिय इकाइयों अहम भूमिका निभा रही है।


आज के परिवेश में कम्प्यूटर की पढ़ती उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए निःशुल्क कम्प्यूटर की सुविधा विगत वर्ष से ही महाविद्यालय मे उपलब्ध करा दी गयी । विद्यार्थियों के वहुआयामी व्यक्तित्व के विकास के लिए कुशल, योग्य एवं अनुभवी प्राध्यापकों द्वारा महाविद्यालय में नियमित कक्षाए ली जाती हैं । आमंत्रित विद्वानों, प्रोफेसर तथा विषय विशेषज्ञों द्वारा विशेष व्याख्यान भी दिये जाते हैं । पूरे सत्र में आयोजित प्रतियोगिताओं में चयनित विद्यार्थोयो को वार्षिकत्सव को आगत दो वर्षों तक निःशुल्क प्रवेश वर्ष से सर्वाधिक अंक पाने वाले संस्थान विद्यार्थियों को आगत दो वर्षो तक निःशुल्क प्रवेश की सुविधा दी जाती है एवं निर्धन छात्र- छात्राओं को विशेष छात्रवृति योजना इस सत्र से प्रारम्भ की जायेगीं ।
अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा के साथ इस संस्था से जुड़कर यह महसूस किया हूँ कि यहाँ प्रतिभा कि कोई कमी नहीं है । आवश्यक है इन्हे अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर देने की । सत्र 2013-14 में इस महाविद्यालय की छात्रा "कु० सोनी कन्नौजिया" ने स्नातक कला वर्ग में दी०द०यू०गो० विश्वविद्यालय स्तर पर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया तथा सत्र 2016 में "कु० श्रुति यादव" ने स्नातक कला वर्ग में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर न केवल इस महाविद्यालय के गौरव को बढ़ाया अपितु महाविद्यालय के शिक्षिक गुणवता को पुष्ट भी किया है ।
इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में साहित्य परिषद का गठन किया गया हैं, जिसके माध्यम से पूरे सत्र में विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है । हमने अनुभव किया है कि ग्रामीणाचल में स्थित मेधावी छात्र/छात्राएँ अर्थभाव या उचित मार्गदर्शन के अभाव में प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने से वंचित रह जाते है । इस सत्र से हमारा प्रयास होगा कि प्रत्येक छात्र/छात्राओं को कैरियर के बारे में उचित जानकारी दी जाय, जिससे यहाँ के विद्यार्थियों को वह सभी सुविधाए प्रदान करायी जाए जिससे उनका जीवन और भविष्य बेहतर हो सके । विगत सत्रों के सफल संचालन में सहयोग के लिए संस्था के प्रबंधतंत्र, प्राध्यापक एवं प्राध्यापिकाए तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी, अध्ययन करने वाले छात्र / छात्राए एवं अभिभावक निश्चित रूप से साधुवाद के पात्र है ।