01 जुलाई 2019 के यह विद्यालय अपने ग्यारहवीं शैक्षणिक सत्र में प्रवेश कर लिया है। नए शैक्षक सत्र में प्रवेश लेने वाले सभी छात्र/ छात्राओ के प्रति हार्दिक शुभकामना
व्यक्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि महाविद्यालय के शैक्षिक उत्थान एवं शांतिपूर्ण पठन - पाठन का माहौल बनाएँ रखनें में वे अपनी महती भूमिका
निभाते रहेंगे। इसके साथ ही समाज और राष्ट्र के प्रति अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करते रहेंगे ।
इस क्षेत्र में रहने वाले लोग मानवीय गुणो से आच्छादिन, आर्थिक, सांस्कृतिक रूप से सम्पन्न होने के बावजूद शैक्षिक पिछड़ेपन के कारण तमाम कोशिशों के बावजूद
विकास के शीर्ष मुकाम तक आज भी नहीं पहुँच पाये है । सामाजिक और राष्ट्रीय सरोकारों से जुड़ने के कारण यह कमी बराबर हमारे मन में शालती रही है । हमारी
इच्छा महाविद्यालय के एक ऐसे शैक्षिक केंद्र के रूप में विकसित करने की है यहाँ पारम्परिक कोर्स के अतिरिक्त व्यवसायिक, तकनीकि और प्रबंधन कोर्स कि पढ़ाई हो सके
और यहाँ पढ़ाई हो सके और यहाँ पढ़ने वाले छात्र / छात्राओ के बेहतर विकल्प चुनने का अवसर मिल सके ।
इस कड़ी में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत
प्रवेशार्थियों को स्वरोजगार हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा ।
विगत सत्र से परास्नातक (एम॰ ए॰) स्तर पर हिन्दी और गृह विज्ञान नर्सरी टीचर्स ट्रेनिग(एम, ए), ट्रिपल सी॰ (कम्पुटर कोर्स) एवं बाम्बे आर्ट, राजर्षि टण्डन
मुक्त विश्वविद्यालय से कई व्यावसायिक कोर्स का संचालन हो रहा है । इस वर्ष से स्नातक में शारीरिक शिक्षा, सैन्य विज्ञान एवं संगीत तथा परास्नातक में, रा॰शा॰,
स॰ शा॰ तथा शिक्षा शास्त्र विषयों कि पढ़ाई इसी सत्र प्रारभ होगी ।
विगत सत्रो के सफल संचालन में सहयोग के लिए संस्था के प्राचार्य प्राध्यापक एवं प्राध्यापिकाए, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी, अध्ययन करने वाले छात्र/ छात्राओ
एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी, अध्यान करने वाले छात्र / छात्राएं एवं अभिभावक निश्चित रूप से साधुवाद के पात्र है।